दोस्तों, हर साल 26 मार्च को पर्पल डे मनाया जाता है, एक ऐसा दिन जो मिर्गी के प्रति जागरूकता फैलाने और इससे जुड़ी गलतफहमियों को मिटाने का प्रतीक है। आज, जब हम चिकित्सा विज्ञान में इतनी तरक्की कर चुके हैं, मिर्गी जैसी बीमारी को लेकर समाज में फैली गलत धारणाएं दुखद हैं। मंथन अस्पताल की ओर से, मैं, डॉ. अभिषेक द्विवेदी, आपको मिर्गी के बारे में सही जानकारी देने और इससे पीड़ित व्यक्तियों को सहयोग व संबल प्रदान करने का संकल्प लेता हूं।
मिर्गी – एक स्नायविक चुनौती

मिर्गी एक स्नायविक विकार है, जिसमें मस्तिष्क में असामान्य विद्युत गतिविधि के कारण बार-बार दौरे पड़ते हैं। यह किसी भी उम्र, लिंग या वर्ग के व्यक्ति को हो सकता है। मिर्गी सिर्फ एक बीमारी नहीं, बल्कि एक चुनौती है जिसका सामना कई लोग कर रहे हैं।
मिर्गी के लक्षण

मिर्गी के लक्षणों को पहचानना बहुत जरूरी है, ताकि समय रहते इलाज शुरू किया जा सके:
- अचानक से अजीब व्यवहार करना
- अचानक झटके आना (Seizures)
- बेहोशी या चेतना खो देना
- शरीर के एक हिस्से या पूरे शरीर में अकड़न
- आंखों की पुतलियों का स्थिर हो जाना
मिर्गी – मिथक बनाम सच्चाई
मिर्गी को लेकर समाज में कई गलत धारणाएं फैली हुई हैं, जिन्हें दूर करना जरूरी है:
मिथक
सच्चाई
- मिर्गी छूने से फैलती है।
- यह संक्रामक रोग नहीं है।
- मिर्गी केवल बचपन में होती है।
- यह किसी भी उम्र में हो सकती है।
- मिर्गी ग्रसित व्यक्ति को लोहे का चम्मच देना चाहिए।
- यह पूरी तरह गलत है और इससे व्यक्ति को नुकसान हो सकता है।
दौरे के समय क्या करें?

यदि किसी व्यक्ति को दौरा पड़ता है, तो शांत रहें और निम्नलिखित उपाय करें:
- यदि दौरा 5 मिनट से अधिक समय तक जारी रहे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- व्यक्ति को सुरक्षित स्थान पर लिटाएं।
- सिर के नीचे कुछ नरम रखें।
- व्यक्ति को एक ओर मोड़ें ताकि सांस की नली खुली रहे।
- घबराएं नहीं, आमतौर पर दौरा कुछ मिनटों में समाप्त हो जाता है।
मिर्गी का उपचार

मिर्गी का उपचार दवा, जीवनशैली में बदलाव और कुछ मामलों में सर्जरी से किया जा सकता है। मंथन अस्पताल में, हम मिर्गी से पीड़ित व्यक्तियों को समग्र देखभाल प्रदान करते हैं।
मंथन अस्पताल का संकल्प

मंथन अस्पताल, मिर्गी से ग्रसित व्यक्तियों को सही उपचार, उचित परामर्श और समाज में जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध है। यदि आपको या आपके किसी परिचित को मिर्गी की समस्या है, तो बिना झिझक विशेषज्ञ परामर्श लें।
आइए, इस पर्पल डे पर मिर्गी के प्रति जागरूकता फैलाएं और इससे जुड़े मिथकों को तोड़ें। मिर्गी से पीड़ित व्यक्तियों को समानता, सम्मान और सही चिकित्सा सेवा मिले, यही हमारा उद्देश्य है।
अस्वीकरण :
यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्यों के लिए है और चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। यदि आपको या आपके किसी परिचित को मिर्गी या कोई अन्य चिकित्सा स्थिति है, तो कृपया तत्काल चिकित्सा सलाह के लिए एक योग्य स्वास्थ्य सेवा पेशेवर से संपर्क करें।
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