मौसम बदल रहा है, रखिए अपना ख्याल! सर्दी और फ्लू से बचाव के उपाय – डॉ. अभिषेक द्विवेदी”

मौसम बदल रहा है, और यह समय है कि हम अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। जैसा कि हमने देखा, अभी कुछ दिनों पहले अचानक पहाड़ों पर हुई बर्फबारी के कारण मौसम ने एक बार फिर करवट बदली और ठंड वापस आ गई। जिन्होंने जैकेट उतार दी थी, उन्हें फिर से जैकेट निकालनी पड़ी। यह बदलाव हमें याद दिलाता है कि प्रकृति कितनी अप्रत्याशित हो सकती है। हालांकि, हम गर्मी की ओर बढ़ रहे हैं, लेकिन ऐसे अचानक मौसम में बदलाव हमारे स्वास्थ्य के लिए चुनौतियां ला सकते हैं। मैं, डॉ. अभिषेक द्विवेदी, आपको सर्दी और फ्लू से बचाव के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव देना चाहता हूँ।

सर्दी और फ्लू, खासकर बच्चों और बुजुर्गों में, सबसे आम बीमारियां हैं। ये दोनों बीमारियां ऊपरी श्वसन संक्रमण (Upper Respiratory Infection) हैं, जो नाक, गले और फेफड़ों को प्रभावित करती हैं। वायरस के कारण ये संक्रमण होते हैं, जो नाक और गले की झिल्लियों में सूजन बढ़ाते हैं। इन वायरसों का मुख्य रूप से हाथ-से-हाथ संपर्क के माध्यम से प्रसार होता है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इन बीमारियों के लक्षण कभी-कभी गंभीर हो सकते हैं, खासकर कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों में।

  • अचानक से तेज बुखार (100°F या अधिक) : फ्लू का बुखार अचानक और तेजी से बढ़ता है, अक्सर कंपकंपी और पसीने के साथ।
  • सिरदर्द : फ्लू में सिरदर्द आमतौर पर तेज होता है और पूरे सिर में महसूस होता है।
  • तीव्र दर्द और थकान : फ्लू से पीड़ित लोग अक्सर मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में दर्द और अत्यधिक थकान का अनुभव करते हैं।
  • गंभीर, सूखी खांसी : फ्लू की खांसी आमतौर पर सूखी होती है और सीने में जलन पैदा कर सकती है।
  • फ्लू के दौरान ब्रोंकाइटिस, साइनस और कान के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है: फ्लू कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों में इन जटिलताओं का कारण बन सकता है।
  • बहती या बंद नाक: सर्दी में नाक बहना या बंद होना सबसे आम लक्षण है।
  • छींक आना: सर्दी में बार-बार छींक आती है, खासकर सुबह के समय।
  • गले में खराश: सर्दी में गले में खराश और खराश महसूस होती है।
  • खांसी: सर्दी की खांसी आमतौर पर हल्की होती है और बलगम के साथ हो सकती है।
  • हल्का सिरदर्द और बदन दर्द: सर्दी में हल्का सिरदर्द और बदन दर्द हो सकता है, लेकिन यह फ्लू जितना गंभीर नहीं होता है।
  • हल्का बुखार: सर्दी में बुखार आमतौर पर हल्का होता है या बिल्कुल नहीं होता है।
  • सर्दी आमतौर पर 2-14 दिनों तक रहती है: सर्दी के लक्षण आमतौर पर एक से दो सप्ताह में अपने आप ठीक हो जाते हैं।

अगर कोई समस्या असहज महसूस करवा रही है, तो आपको चिकित्सकीय देखभाल लेनी चाहिए।

  • बुखार 102°F या अधिक हो : तेज बुखार संक्रमण का संकेत हो सकता है।
  • खांसी लंबे समय तक बनी रहे, विशेष रूप से बुखार के साथ: लगातार खांसी निमोनिया जैसी गंभीर जटिलताओं का संकेत हो सकती है।
  • गले में खराश बनी रहे और बहती नाक न हो: गले में खराश स्ट्रेप थ्रोट जैसे संक्रमण का संकेत हो सकता है।
  • कोई भी सर्दी 10 दिनों से अधिक समय तक बनी रहे: लंबे समय तक रहने वाली सर्दी अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकती है।

चूंकि सर्दी और फ्लू वायरस के कारण होते हैं, इसलिए एंटीबायोटिक्स से इनका इलाज नहीं किया जा सकता। निम्नलिखित सुझाव आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करने और आराम प्रदान करने में मदद कर सकते हैं:

  • अधिक आराम करें और व्यायाम से बचें: आराम करने से आपके शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद मिलती है।
  • पानी, चाय जैसी पारदर्शी तरल पदार्थों का अधिक सेवन करें: तरल पदार्थ आपके शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करते हैं और बलगम को पतला करते हैं।
  • धूम्रपान से दूर रहें: धूम्रपान आपके फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है और संक्रमण से लड़ने की आपकी क्षमता को कम करता है।
  • शराब और कैफीन से बचें: शराब और कैफीन आपके शरीर को डिहाइड्रेट कर सकते हैं और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर सकते हैं।
  • संतुलित आहार लें जिसमें फल, सब्जियां और अनाज शामिल हों: एक स्वस्थ आहार आपके शरीर को संक्रमण से लड़ने के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है।
  • नमकीन पानी के स्प्रे से नाक की सफाई करें: नमकीन पानी बलगम को पतला करता है और नाक के मार्ग को साफ करता है।
  • ह्यूमिडिफायर और गर्म पानी की भाप लेने से राहत मिलती है: ह्यूमिडिफायर हवा में नमी जोड़ता है, जो नाक के मार्ग को शांत करने में मदद करता है। गर्म पानी की भाप भी बलगम को ढीला करने और नाक के मार्ग को खोलने में मदद कर सकती है।
  • गर्म पानी की भाप और चिकन सूप से खांसी में आराम मिलता है: गर्म पानी की भाप बलगम को ढीला करने और खांसी को कम करने में मदद कर सकती है। चिकन सूप में सूजन-रोधी गुण होते हैं जो गले को शांत करने में मदद कर सकते हैं।
  • गर्म नमक के पानी से गरारे करें: गर्म नमक का पानी गले की खराश को शांत करने और सूजन को कम करने में मदद कर सकता है।
  • नींबू और शहद के साथ गर्म चाय पिएं: नींबू और शहद में एंटीबैक्टीरियल और सूजन-रोधी गुण होते हैं जो गले की खराश को शांत करने में मदद कर सकते हैं।
  • आराम करें और तरल पदार्थ पिएं : आराम करने से आपके शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद मिलती है। तरल पदार्थ आपके शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करते हैं और बुखार को कम करते हैं। यदि दर्द बना रहता है, तो डॉक्टर से सलाह लें।
  • हर साल फ्लू वैक्सीन लगवाएं, जिससे संक्रमण का खतरा कम होता है: फ्लू वैक्सीन फ्लू के गंभीर मामलों से बचाने में मदद करता है।
  • बार-बार हाथ धोएं: अपने हाथों को साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक धोएं।
  • हाथों को आंख, नाक और मुंह से दूर रखें: अपने हाथों से अपने चेहरे को छूने से बचें।
  • नियमित व्यायाम करें और संतुलित आहार लें: स्वस्थ जीवनशैली आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करती है।
  • अच्छी नींद की आदतों का पालन करें : पर्याप्त नींद आपके शरीर को संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार करती है।

मौसम बदल रहा है, और यह समय है कि हम अपने और अपने प्रियजनों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। छोटी सी सावधानी और नियमित देखभाल से हम सर्दी और फ्लू जैसी बीमारियों से बच सकते हैं।

मैं, डॉ. अभिषेक द्विवेदी, आपको एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन की शुभकामनाएं देता हूँ।

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