डायबिटीज वाले अब बेफिक्र होकर रखें नवरात्र का व्रत: ब्लड शुगर कंट्रोल रखेंगे 5 असरदार टिप्स

नमस्ते! मैं, डॉ. अभिषेक द्विवेदी, निदेशक, मंथन हॉस्पिटल, आप सभी को मां दुर्गा के आगमन की बहुत-बहुत बधाई देता हूँ। यह पर्व आस्था, भक्ति और नई ऊर्जा का प्रतीक है।

इस पावन अवसर पर हर साल मेरे पास कई ऐसे मरीज़ आते हैं, जो मुझसे एक ही सवाल पूछते हैं – “डॉक्टर साहब, क्या डायबिटीज होने पर मैं नवरात्र का व्रत रख सकता हूँ?”

मैं समझता हूँ कि आस्था और सेहत के बीच तालमेल बिठाना कितना मुश्किल होता है। खासकर उन लोगों के लिए, जिनका ब्लड शुगर लेवल पल भर में ऊपर-नीचे हो सकता है। पर आपको घबराने की कोई ज़रूरत नहीं है। मेरा अनुभव कहता है कि अगर आप कुछ ज़रूरी बातों का ध्यान रखें तो आप बिल्कुल सुरक्षित रूप से व्रत रख सकते हैं।

तो चलिए, मैं आपको बताता हूँ कुछ आसान और असरदार डाइट टिप्स, जिन्हें अपनाकर आप व्रत के दौरान भी अपने ब्लड शुगर को कंट्रोल में रख सकेंगे।

1. एक साथ नहीं, थोड़ा-थोड़ा करके खाएं

व्रत में अक्सर लोग सुबह या शाम को एक ही बार में भरपेट खा लेते हैं, जिससे ब्लड शुगर अचानक से बहुत बढ़ जाता है। ऐसा बिल्कुल न करें। मेरा सुझाव है कि आप दिन भर में हर 2-3 घंटे के अंतराल पर कुछ न कुछ खाते रहें। आप एक छोटी कटोरी फल, कुछ मेवे, या पनीर का एक छोटा टुकड़ा ले सकते हैं। इससे आपका पेट भरा रहेगा और शुगर लेवल भी स्थिर रहेगा।

2. शरीर में पानी की कमी न होने दें

उपवास के दौरान डिहाइड्रेशन सबसे बड़ा खतरा है। इसलिए पानी के साथ-साथ, आप नारियल पानी, छाछ, या नींबू पानी (बिना चीनी का) पीते रहें। ये न केवल आपको तरोताज़ा रखेंगे, बल्कि आपके ब्लड शुगर को भी नियंत्रित रखने में मदद करेंगे। हाँ, मीठे फलों के जूस या कोल्ड ड्रिंक्स से आपको पूरी तरह दूरी बनानी होगी।

3. कॉम्प्लेक्स कार्ब्स और प्रोटीन को चुनें

व्रत में साबूदाना खिचड़ी या आलू के चिप्स की जगह ऐसे आहार चुनें, जो धीरे-धीरे पचते हैं। कुट्टू का आटा, समा के चावल और राजगिरा जैसे अनाज बेहतर विकल्प हैं। इसके साथ ही, पनीर, दही और भुने हुए मखाने को अपनी डाइट में ज़रूर शामिल करें। प्रोटीन और कॉम्प्लेक्स कार्ब्स का यह सही मिश्रण आपको लंबे समय तक ऊर्जा देगा और शुगर को बढ़ने नहीं देगा।

4. तले-भुने और मीठे पकवानों से बचें

व्रत के दौरान पूड़ी, आलू चिप्स और मिठाइयों का सेवन बहुत आम है। लेकिन ये आपके शुगर लेवल को बहुत तेज़ी से बढ़ा सकते हैं। इनकी जगह, आप एयर-फ्राइड शकरकंद, भुने हुए मखाने या ताज़ा फल खाएं। चीनी की बजाय आप थोड़ी मात्रा में गुड़ या स्टीविया का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह आपके स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छा होगा।

5. दवा और डॉक्टर से सलाह सबसे ज़रूरी

यह सबसे अहम बात है। व्रत रखने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर सलाह लें। वे आपको बताएंगे कि व्रत के दौरान आपकी दवाओं का समय और मात्रा क्या होनी चाहिए। व्रत में भी अपनी दवाएं और इंसुलिन डॉक्टर के बताए अनुसार ही लें। दिन में कम से कम 2-3 बार अपना ब्लड शुगर लेवल भी चेक करते रहें। अगर आपको चक्कर, कमज़ोरी या कोई और दिक्कत महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

इन आसान और ज़रूरी टिप्स को अपनाकर डायबिटीज के मरीज़ भी अपनी आस्था का पालन कर सकते हैं। याद रखें, भक्ति के साथ-साथ सेहत भी उतनी ही ज़रूरी है।

शुभ नवरात्र!