पीरियड्स डिले करने से पहले दो बार सोचें: डॉक्टर से जानें इसके 5 घातक नुकसान!

नमस्ते! मंथन हॉस्पिटल की ओर से, मैं, डॉ. अभिषेक द्विवेदी, आज आपसे एक ऐसी आदत के बारे में बात करने जा रहा हूँ जो आजकल हमारे समाज में, खासकर महिलाओं के बीच, बहुत आम हो गई है। यह है बिना डॉक्टर की सलाह के पीरियड्स डिले करने वाली दवाएँ लेना। कई बार किसी शादी, छुट्टी या पूजा-पाठ के लिए, महिलाएं इन गोलियों को एक साधारण समाधान मानकर ले लेती हैं, जैसे कि यह कोई विटामिन की गोली हो। लेकिन मेरा अनुभव कहता है कि यह लापरवाही आपकी सेहत को बेहद खतरनाक तरीके से नुकसान पहुँचा सकती है।

मंथन हॉस्पिटल में, हम रोजाना ऐसे कई मामले देखते हैं, जहाँ महिलाओं को इन दवाओं के गंभीर दुष्परिणाम झेलने पड़ते हैं। यह समझना बेहद ज़रूरी है कि हमारा शरीर, ख़ासकर हार्मोनल सिस्टम, एक अत्यंत जटिल और संवेदनशील मशीन की तरह है। जब हम किसी विशेषज्ञ की सलाह के बिना इसमें हस्तक्षेप करते हैं, तो इसके गंभीर और दीर्घकालिक परिणाम हो सकते हैं। आज के इस विस्तृत आलेख में, मैं आपको विस्तार से बताऊंगा कि पीरियड्स डिले करने वाली ये गोलियाँ क्यों खतरनाक हैं, ये कैसे काम करती हैं, और इनसे होने वाले नुकसान क्या-क्या हैं। मेरा उद्देश्य आपको डराना नहीं, बल्कि जागरूक करना है ताकि आप अपनी सेहत की बागडोर अपने हाथों में ले सकें।


जब आप शरीर के संतुलन से खेलते हैं…

आप में से कई लोग सोच रहे होंगे कि सिर्फ कुछ दिनों के लिए पीरियड्स टालने से क्या हो जाएगा? जनाब, यह मामला बहुत गहरा है! दरअसल, पीरियड्स डिले करने वाली दवाएं (जैसे कि नॉरएथिस्टेरोन) एक सिंथेटिक हार्मोन का उपयोग करती हैं, जो आपके शरीर के प्राकृतिक हार्मोनल संतुलन को जानबूझकर बाधित करता है। यह हार्मोन प्रोजेस्टेरोन की तरह काम करता है, जो यूटेरस (गर्भाशय) की परत को बनाए रखता है और पीरियड्स को रोकता है। जब आप इन गोलियों को अचानक लेना बंद करती हैं, तो यूटेरस की परत टूट जाती है और ब्लीडिंग शुरू हो जाती है।

डॉ. अभिषेक का मानना है कि यह प्रक्रिया सुनने में भले ही सरल लगे, लेकिन यह एक प्राकृतिक और संवेदनशील चक्र में सीधा हस्तक्षेप है। इसका सबसे बड़ा खतरा यह है कि जब आप डॉक्टर से सलाह लिए बिना इसमें दखल देती हैं, तो आप अनजाने में कई समस्याओं को न्योता दे रही होती हैं।

1. हार्मोनल इंबैलेंस का खतरा

यह इन दवाओं का सबसे आम और सबसे खतरनाक साइड इफेक्ट है। आपका मासिक धर्म चक्र एक बेहद नाजुक हार्मोनल प्रक्रिया है, जिसमें एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन एक-दूसरे के साथ एक तालमेल में काम करते हैं। जब आप बिना किसी चिकित्सकीय कारण के बाहरी हार्मोन को शरीर में डालती हैं, तो यह इस तालमेल को बिगाड़ देता है।

  • अनियमित पीरियड्स: इसका सबसे बड़ा परिणाम है भविष्य में मासिक धर्म का अनियमित होना। यह चक्र कई महीनों तक अनियमित रह सकता है।
  • असामान्य ब्लीडिंग: कई महिलाओं को इसके बाद हैवी ब्लीडिंग या फिर पीरियड्स के बीच में स्पॉटिंग की समस्या भी हो सकती है।
  • दीर्घकालिक समस्याएं: लंबे समय तक हार्मोनल इंबैलेंस रहने पर पीसीओएस (PCOS) या थायरॉयड जैसी समस्याएं भी उभर सकती हैं।

2. शारीरिक और भावनात्मक दुष्प्रभाव

इन दवाओं के तुरंत बाद कुछ शारीरिक और भावनात्मक लक्षण भी दिख सकते हैं, जिन्हें हम अक्सर नज़रअंदाज़ कर देते हैं। मेरे अनुभव में, कई महिलाएँ इन लक्षणों की शिकायत करती हैं:

  • शारीरिक तकलीफें: मितली, उल्टी, गंभीर सिरदर्द, चक्कर आना और स्तनों में दर्द।
  • भावनात्मक बदलाव: ये दवाएं सीधे हार्मोनल सिस्टम पर असर डालती हैं, जिससे मूड स्विंग्स, चिड़चिड़ापन और कभी-कभी अवसाद (depression) जैसी भावनात्मक समस्याएं भी हो सकती हैं। यह दर्शाता है कि शरीर और मन का स्वास्थ्य एक-दूसरे से कितना गहरा जुड़ा हुआ है।

3. छिपी हुई बीमारियों का जोखिम

यह सबसे बड़ा खतरा है! मेरे पास ऐसे कई मरीज़ आते हैं, जिन्हें यह पता ही नहीं था कि उन्हें पहले से कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या थी। यह दवा लेना तब और भी खतरनाक हो सकता है जब आपको:

  • ब्लड क्लॉटिंग (Blood Clotting) की समस्या: इन दवाओं से रक्त के थक्के जमने का खतरा बढ़ जाता है। अगर किसी को पहले से यह समस्या है, तो डीप वेन थ्रॉम्बोसिस (DVT) या स्ट्रोक का जोखिम कई गुना बढ़ सकता है, जो जानलेवा साबित हो सकता है।
  • लिवर या हृदय रोग: अगर आपको लिवर या दिल से जुड़ी कोई बीमारी है, तो ये दवाएं उन स्थितियों को और भी गंभीर बना सकती हैं।
  • कैंसर का इतिहास: अगर परिवार में स्तन कैंसर का इतिहास है, तो बिना डॉक्टर की सलाह के ऐसी हार्मोनल दवाएँ लेना बहुत जोखिम भरा है।

डॉ. अभिषेक का कहना है कि आप एक आग की तरह हैं, जिसे आप देख नहीं सकते। बिना डॉक्टर से पूछे दवा लेना उस आग से खेलना है, क्योंकि आपको नहीं पता कि आपके शरीर के अंदर कौन सी छिपी हुई बीमारी मौजूद है।

4. ड्रग इंटरेक्शन का खतरा

अगर आप पहले से ही कोई अन्य दवा ले रही हैं, जैसे कि ब्लड थिनर, मिर्गी या डिप्रेशन की दवा, तो यह गोली उन दवाओं के साथ रिएक्ट कर सकती है। यह ड्रग इंटरेक्शन उन दवाओं के असर को या तो कम कर सकता है या उनके साइड इफेक्ट्स को बहुत बढ़ा सकता है। केवल एक डॉक्टर ही आपकी पूरी मेडिकल हिस्ट्री जानकर यह तय कर सकता है कि कौन सी दवा आपके लिए सुरक्षित है और कौन सी नहीं।

5. गलत निदान (Misdiagnosis) का खतरा

कई बार पीरियड्स में होने वाला असामान्य दर्द या अनियमितता किसी गंभीर समस्या जैसे पीसीओएस (PCOS), थायरॉयड, या फाइब्रॉएड का लक्षण हो सकता है। जब आप बिना डॉक्टर के पास जाए सीधे दवा ले लेती हैं, तो यह उस समस्या के लक्षणों को दबा देता है। इससे असली बीमारी अनदेखी रह जाती है और भविष्य में एक खतरनाक रूप ले सकती है, जब उसका इलाज करना बहुत मुश्किल हो जाता है।

डॉ. अभिषेक द्विवेदी का अंतिम संदेश

यह समझना बहुत ज़रूरी है कि पीरियड्स डिले करने वाली दवाएं कोई सामान्य कैंडी नहीं हैं। ये बहुत ही शक्तिशाली हार्मोनल दवाएं हैं, जिनका उपयोग केवल तभी किया जाना चाहिए जब कोई विशेष चिकित्सा आवश्यकता हो, और वह भी सिर्फ और सिर्फ एक विशेषज्ञ की देखरेख में।

आपका मासिक धर्म चक्र आपके शरीर की सेहत का एक बहुत ज़रूरी संकेत है। इसे सम्मान दें और इसका ख्याल रखें। अपनी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थिति, मेडिकल हिस्ट्री और जरूरतों के लिए, हमेशा एक डॉक्टर से परामर्श लें। आपकी सेहत की सुरक्षा ही हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है।


अस्वीकरण (Disclaimer): यह लेख केवल सामान्य जानकारी और जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। यह किसी भी तरह से पेशेवर चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या या बीमारी से संबंधित जानकारी के लिए, हमेशा अपने डॉक्टर या किसी योग्य स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श करें। इस लेख में दी गई जानकारी के आधार पर कभी भी पेशेवर चिकित्सा सलाह की उपेक्षा न करें या उपचार में देरी न करें।