शरीर में अंदर ही अंदर सुलग रही है ‘आग’? इन 5 लक्षणों से पहचानें सूजन

नमस्ते! मैं, डॉ. अभिषेक द्विवेदी, निदेशक, मंथन हॉस्पिटल, एक बार फिर आप सभी से मुखातिब हूँ।

नवरात्र और पर्वों का समय हमें सिखाता है कि हम अपने शरीर को कैसे साफ़ और शुद्ध रखें। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपके शरीर के अंदर एक ऐसी ‘आग’ सुलग रही हो, जो दिखाई न दे, पर धीरे-धीरे आपके स्वास्थ्य को ख़त्म कर रही हो?

मैं उस सूजन (Inflammation) की बात कर रहा हूँ जो चोट लगने पर दिखाई देती है, वह तो अच्छी है क्योंकि वह शरीर को ठीक कर रही होती है। लेकिन एक दूसरी तरह की सूजन भी होती है – जिसे ‘क्रॉनिक इन्फ्लेमेशन’ कहते हैं। यह शरीर में अंदर ही अंदर होती रहती है और कई गंभीर बीमारियों की जड़ बन जाती है।

आज मैं आपको आपके शरीर द्वारा दिए जा रहे 5 ऐसे संकेतों के बारे में बताऊँगा, जिन्हें अक्सर हम नज़रअंदाज़ कर देते हैं। इन संकेतों को सुनकर आप अपने शरीर को बेहतर समझ पाएंगे, क्योंकि हम, डॉ. अभिषेक द्विवेदी, और हमारी पूरी टीम का मानना है कि इलाज की शुरुआत शरीर के संकेतों को समझने से ही होती है।

लगातार थकान और ऊर्जा की कमी

क्या आप पूरी रात सोने के बाद भी सुबह उठते ही थका हुआ महसूस करते हैं? अगर हाँ, तो यह सामान्य बात नहीं है। जब शरीर में सूजन बढ़ती है, तो हमारा इम्यून सिस्टम लगातार काम करता है, और इस प्रक्रिया में भारी मात्रा में ऊर्जा खर्च होती है। यह ऊर्जा शरीर से निकलकर थकान, सुस्ती और कभी-कभी नींद न आने जैसी समस्याओं का कारण बनती है। यह थकान किसी सामान्य आराम से दूर नहीं होती।

पाचन संबंधी समस्याएं

अगर आपके पेट में अक्सर गैस, कब्ज़, पेट फूलना या अपच की शिकायत रहती है, तो यह भी क्रॉनिक इन्फ्लेमेशन का एक बड़ा संकेत है। हमारे पेट और पाचन तंत्र का सीधा संबंध सूजन से होता है। आंतों में सूजन होने पर पोषक तत्व सही से अवशोषित नहीं हो पाते और शरीर में ‘टॉक्सिन्स’ बनने लगते हैं। ये टॉक्सिन्स पूरे शरीर में घूमकर सूजन को और बढ़ा सकते हैं।

त्वचा संबंधी परेशानियाँ

आपकी त्वचा आपके अंदरूनी स्वास्थ्य का आईना होती है। अगर आपको बिना किसी कारण एक्ने, एक्जिमा, सोरायसिस या त्वचा पर लाल चकत्ते (rashes) हो रहे हैं, तो यह एक चेतावनी का संकेत हो सकता है। सूजन के कारण इम्यून सिस्टम ज़रूरत से ज़्यादा सक्रिय हो जाता है, जिससे त्वचा से जुड़ी कई बीमारियाँ पैदा होती हैं।

जोड़ों में दर्द और अकड़न

बिना किसी चोट या मोच के आपके जोड़ों में लगातार दर्द, सूजन या अकड़न रहती है, खासकर सुबह उठने पर, तो यह भी एक बड़ा संकेत है। सूजन बढ़ने पर इम्यून सिस्टम गलती से आपके जोड़ों के टिश्यूज पर हमला करना शुरू कर देता है, जिससे दर्द और अकड़न पैदा होती है। यह रुमेटाइड अर्थराइटिस जैसी गंभीर ऑटोइम्यून बीमारी का मुख्य कारण भी बन सकता है।

वज़न का बढ़ना और घटने में दिक्कत

अचानक वज़न बढ़ना या फिर डाइट और एक्सरसाइज़ के बावजूद भी वज़न कम न होना भी सूजन से जुड़ा हो सकता है। यह ‘साइलेंट इन्फ्लेमेशन’ आपके हॉर्मोन्स, खासकर इंसुलिन को प्रभावित करती है। इससे इंसुलिन रेजिस्टेंस होता है, जिससे शरीर में फैट, खासकर पेट के आसपास, जमा होने लगता है। इस स्थिति में वज़न कम करना बहुत मुश्किल हो जाता है।

    ये लक्षण आपके शरीर के SOS सिग्नल हैं। मेरा आपसे यही कहना है कि इन्हें नज़रअंदाज़ न करें। अगर आप इनमें से किसी भी लक्षण को लंबे समय से अनुभव कर रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है। याद रखें, आपका शरीर आपको जो कह रहा है, उसे सुनना ही स्वस्थ जीवन की पहली शर्त है।