नमस्ते! मैं डॉ. अभिषेक द्विवेदी, निदेशक, मंथन हॉस्पिटल, नैनी, प्रयागराज से।
आज मैं आपसे एक ऐसी बीमारी के बारे में बात करने जा रहा हूँ, जो आजकल हमारे देश में एक महामारी की तरह फैल रही है। यह है फैटी लिवर (Fatty Liver) की समस्या। अक्सर लोग इसके लक्षणों को तब तक नज़रअंदाज़ करते रहते हैं, जब तक बात गंभीर न हो जाए। मेरा मानना है कि हमारा शरीर हमें कई ऐसे संकेत देता है, जिन्हें अगर हम समझें, तो बड़ी परेशानियों से बच सकते हैं।
मेरे क्लीनिकल अनुभव में, मैंने देखा है कि फैटी लिवर के कुछ सबसे पहले और सबसे स्पष्ट संकेत हमारी त्वचा पर दिखाई देते हैं। आज मैं आपको उन्हीं तीन लक्षणों के बारे में विस्तार से बताऊंगा, ताकि आप समय रहते सतर्क हो सकें और अपने लिवर का ख्याल रख सकें।
फैटी लिवर क्या है और यह क्यों होता है?
इससे पहले कि हम लक्षणों की बात करें, यह समझना ज़रूरी है कि फैटी लिवर आखिर है क्या। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें लिवर की कोशिकाओं में अतिरिक्त वसा (Fat) जमा हो जाती है। जब लिवर में 5-10% से ज्यादा वसा हो, तो इसे फैटी लिवर कहते हैं।
इसके मुख्य रूप से दो प्रकार होते हैं:
- नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर रोग (NAFLD): यह सबसे आम प्रकार है और उन लोगों को होता है जो बहुत कम या बिल्कुल शराब नहीं पीते। इसका मुख्य कारण खराब जीवनशैली, मोटापा और इंसुलिन रेजिस्टेंस है।
- अल्कोहलिक फैटी लिवर रोग: यह ज़्यादा शराब पीने के कारण होता है।
डॉ. द्विवेदी के अनुसार, इन दिनों नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर रोग के मरीज़ों की संख्या तेजी से बढ़ी है, खासकर युवाओं में। इसका सीधा संबंध हमारे खान-पान और शारीरिक गतिविधि की कमी से है।
त्वचा पर दिखने वाले 3 मुख्य लक्षण
आपकी त्वचा आपके शरीर के अंदरूनी स्वास्थ्य का आईना होती है। अगर आपका लिवर फैटी हो रहा है, तो ये 3 लक्षण त्वचा पर सबसे पहले दिख सकते हैं:
1. गर्दन और त्वचा की सिलवटों में गहरे रंग की लाइन्स
यह क्या है? आपने शायद कुछ लोगों की गर्दन, बगल या कोहनी की त्वचा पर गहरे, मोटे और मखमली रंग की सिलवटें देखी होंगी। इसे वैज्ञानिक भाषा में एकेन्थोसिस निगरिकन्स (Acanthosis Nigricans) कहते हैं।
फैटी लिवर से इसका क्या संबंध है? यह सिर्फ एक त्वचा की समस्या नहीं है। यह इंसुलिन रेजिस्टेंस का एक मजबूत संकेत है। जब आपके लिवर में बहुत ज्यादा वसा जमा होती है, तो यह इंसुलिन के प्रति आपके शरीर की संवेदनशीलता को कम कर देता है। इसके कारण शरीर में अतिरिक्त इंसुलिन बनता है, जो त्वचा की कोशिकाओं को तेजी से बढ़ने का संकेत देता है, जिससे त्वचा मोटी और गहरे रंग की हो जाती है। यह एक स्पष्ट चेतावनी है कि आपके शरीर का मेटाबोलिज्म ठीक से काम नहीं कर रहा।
2. त्वचा में खुजली और जलन
यह क्या है? अगर आपको पिछले कुछ समय से त्वचा में लगातार खुजली और जलन हो रही है, तो इसे सामान्य न समझें। यह बिना किसी चकत्ते या दाने के भी हो सकती है।
फैटी लिवर से इसका क्या संबंध है? जब लिवर खराब होने लगता है, तो वह पित्त (bile) को ठीक से प्रोसेस नहीं कर पाता। इस कारण, पित्त में मौजूद बाइल सॉल्ट खून में जमा होने लगते हैं। ये बाइल सॉल्ट त्वचा में खुजली और जलन पैदा करते हैं। मायो क्लिनिक के शोध के अनुसार, त्वचा में लगातार खुजली फैटी लिवर की एक संभावित निशानी है। यह लक्षण अक्सर लिवर की बीमारी के एडवांस स्टेज में दिखाई देता है।
3. चेहरे पर सूजन या शरीर का फूला हुआ दिखना
यह क्या है? जब आपका चेहरा सुबह उठते ही फूला हुआ दिखे, या आपकी आँखें सूजी हुई लगें। यह सूजन सिर्फ चेहरे तक ही सीमित नहीं होती, बल्कि पैरों, टखनों और हाथों में भी हो सकती है।
फैटी लिवर से इसका क्या संबंध है? लिवर का एक मुख्य काम प्रोटीन बनाना है, जिसमें एल्ब्यूमिन (Albumin) नामक प्रोटीन भी शामिल है। यह प्रोटीन शरीर में तरल पदार्थों को संतुलित रखने में मदद करता है। जब लिवर क्षतिग्रस्त हो जाता है, तो वह पर्याप्त एल्ब्यूमिन नहीं बना पाता। इससे शरीर में तरल पदार्थ जमा होने लगता है, जिसे एडिमा (Edema) कहते हैं। इसी कारण चेहरा और शरीर के अन्य हिस्से फूले हुए दिखाई देते हैं।
अन्य लक्षण जिन्हें आपको अनदेखा नहीं करना चाहिए
ऊपर बताए गए त्वचा के लक्षणों के अलावा, फैटी लिवर के कुछ अन्य संकेत भी हो सकते हैं, जिन पर ध्यान देना ज़रूरी है:
- लगातार थकान और कमजोरी: बिना किसी वजह के थका हुआ महसूस करना।
- पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में दर्द: लिवर के स्थान पर हल्का या तेज दर्द।
- अचानक वजन कम होना: बिना किसी प्रयास के वजन का घटना।
- कमजोरी और भ्रम: लिवर की गंभीर स्थिति में यह लक्षण दिख सकते हैं।
फैटी लिवर से बचाव और उपचार: डॉ. अभिषेक की सलाह
अच्छी खबर यह है कि फैटी लिवर एक ऐसी बीमारी है, जिसका इलाज संभव है, खासकर शुरुआती चरणों में। डॉ. अभिषेक का मानना है कि जीवनशैली में बदलाव ही इसका सबसे अच्छा इलाज है।
- वजन कम करें: अगर आप मोटापे का शिकार हैं, तो धीरे-धीरे और सुरक्षित तरीके से अपना वजन कम करें।
- स्वस्थ आहार: अपनी डाइट से प्रोसेस्ड फूड, मीठे पेय पदार्थ, और अत्यधिक वसा वाले भोजन को हटा दें। हरी सब्जियां, फल और प्रोटीन युक्त आहार को प्राथमिकता दें।
- नियमित व्यायाम: रोज़ाना कम से कम 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि ज़रूर करें। यह न केवल लिवर से वसा को हटाता है, बल्कि इंसुलिन रेजिस्टेंस को भी कम करता है।
- शराब से दूरी: यदि आप शराब का सेवन करते हैं, तो उसे तुरंत बंद कर दें।
- नियमित जांच: अगर आपको लगता है कि आप फैटी लिवर के जोखिम में हैं, तो नियमित रूप से लिवर फंक्शन टेस्ट कराएं।
मंथन हॉस्पिटल में हम फैटी लिवर के हर मरीज़ को एक व्यक्तिगत देखभाल योजना देते हैं। हमारा मानना है कि सही जानकारी और समय पर उठाया गया कदम, आपके लिवर को एक नया जीवन दे सकता है।
मेरा अंतिम संदेश: आपका लिवर एक जादुई अंग है, जो खुद को ठीक करने की क्षमता रखता है। लेकिन इसे आपकी मदद की ज़रूरत है। अपने शरीर के संकेतों को सुनें, खासकर अपनी त्वचा के। इसे अनदेखा न करें।
आपका लिवर, आपकी जिम्मेदारी।
अस्वीकरण (Disclaimer): यह लेख केवल सामान्य जानकारी और जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। यह किसी भी तरह से पेशेवर चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या या बीमारी से संबंधित जानकारी के लिए, हमेशा अपने डॉक्टर या किसी योग्य स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श करें। इस लेख में दी गई जानकारी के आधार पर कभी भी पेशेवर चिकित्सा सलाह की उपेक्षा न करें या उपचार में देरी न करें।


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