नमस्ते! मंथन हॉस्पिटल – मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल की ओर से, मैं, डॉ. अभिषेक द्विवेदी, आज आपसे एक ऐसे गंभीर विषय पर बात करने जा रहा हूँ जो मधुमेह (डायबिटीज) से पीड़ित लाखों लोगों के लिए एक ‘साइलेंट थ्रेट’ की तरह है – डायबिटिक फुट अल्सर (Diabetic Foot Ulcer)।
मधुमेह, जिसे अक्सर ‘मीठा दुश्मन’ कहा जाता है, न केवल आपके रक्त शर्करा को प्रभावित करता है, बल्कि यह आपके शरीर के कई अंगों पर भी चुपचाप हमला करता है, और इनमें से एक है आपके पैर। क्या आप जानते हैं कि हर साल लाखों डायबिटिक मरीजों को पैरों की गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है, और इनमें से कई को अल्सर के कारण अपने पैरों को खोना भी पड़ सकता है? यह सुनकर झटका लग सकता है, लेकिन यह एक कड़वी सच्चाई है।
डायबिटिक फुट अल्सर क्या होता है? यह एक ऐसा खुला घाव या छाला है जो अक्सर पैर के तलवे या उंगलियों पर विकसित होता है। मधुमेह के कारण नसों को नुकसान (न्यूरोपैथी) और रक्त संचार में कमी (पेरिफेरल आर्टरी डिजीज) जैसी स्थितियां पैरों को चोट लगने और ठीक न होने वाले घावों के प्रति अधिक संवेदनशील बना देती हैं। यदि समय पर पहचाना न जाए और उचित उपचार न मिले, तो ये छोटे से घाव गैंग्रीन (ऊतक का मरना) में बदल सकते हैं, जिससे अंततः पैर काटने (एम्पुटेशन) की नौबत आ सकती है। यह सिर्फ एक शारीरिक क्षति नहीं है, बल्कि एक भावनात्मक और सामाजिक आघात भी है।
आज, मेरा उद्देश्य आपको डराना नहीं, बल्कि सशक्त बनाना है। मैं आपको उन 5 महत्वपूर्ण चेतावनी संकेतों के बारे में बताऊंगा, जिन्हें हर डायबिटिक व्यक्ति को जानना चाहिए। इन संकेतों को समय पर पहचानना आपके पैरों और आपके जीवन को बचाने की कुंजी हो सकता है। तो चलिए, मेरे साथ अपनी पैरों की सेहत के इस महत्वपूर्ण पाठ में शामिल हों।
🚨 डायबिटिक फुट अल्सर की 5 चेतावनी संकेत: पहचानें और तुरंत कार्रवाई करें
डायबिटिक फुट अल्सर अक्सर छोटे से शुरू होते हैं और यदि ध्यान न दिया जाए तो तेजी से बिगड़ सकते हैं। इन संकेतों को पहचानना जीवनरक्षक हो सकता है:
1. ✅ लगातार सूजन और लालिमा (Persistent Swelling & Redness)
संकेत: यदि आपके पैर या टखने में बिना किसी चोट के लगातार सूजन और लालिमा बनी हुई है, खासकर अगर वह सामान्य से अधिक गर्म महसूस हो, या आपका जूता अचानक से टाइट लगने लगे और दर्द महसूस हो।
कारण: यह अक्सर पैर में किसी संक्रमण (Infection) की शुरुआत का संकेत हो सकता है, भले ही कोई खुला घाव दिखाई न दे। अंदरूनी संक्रमण शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रतिक्रिया देने के लिए मजबूर करता है, जिससे सूजन और लालिमा होती है।
संभावित खतरा: अनदेखी करने पर यह संक्रमण तेजी से फैल सकता है और ऊतकों को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे अल्सर बनने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है, या मौजूदा अल्सर और गहरा हो सकता है।
समाधान : डॉक्टर से तत्काल परामर्श करें। यह एक आपातकालीन संकेत हो सकता है, खासकर यदि आपको मधुमेह है।
2. ✅ पैर के तलवों में सुन्नपन या झनझनाहट (Numbness/Tingling Sensation)
संकेत: पैर के तलवों या उंगलियों में अजीब सा सुई चुभने जैसा अहसास (pins and needles), जलन, झनझनाहट, या बिल्कुल भी अहसास न होना (यानी चोट लगने, दबाव या तापमान का पता न चलना)।
कारण: यह मधुमेह न्यूरोपैथी (Diabetic Neuropathy) का एक क्लासिक संकेत है, जिसमें रक्त शर्करा के उच्च स्तर के कारण पैरों की नसें क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। इससे दर्द महसूस करने की क्षमता कम हो जाती है, और आपको चोट लगने का पता नहीं चलता।
संभावित खतरा: जब आपको दर्द महसूस नहीं होता, तो आप छोटे कट, छाले, या घावों को अनदेखा कर सकते हैं जो बाद में बड़े अल्सर में बदल जाते हैं। यह अल्सर तब तक नहीं पहचाना जाता जब तक कि वह गंभीर न हो जाए।
समाधान : Neurologist या Diabetologist से तुरंत जांच कराएं। नियमित न्यूरोपैथी स्क्रीनिंग बहुत महत्वपूर्ण है।
3. ✅ न भरने वाले छोटे-छोटे घाव (Non-healing Wounds)
संकेत: पैर पर कोई भी छोटा कट, खरोंच, छाला, फोड़ा या घाव जो एक सप्ताह से अधिक समय तक बिना किसी सुधार के बना रहे, या बिगड़ता चला जाए। यह सबसे सीधा और स्पष्ट चेतावनी संकेत है।
कारण: मधुमेह में उच्च रक्त शर्करा रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है, जिससे पैरों तक रक्त का संचार (Blood Circulation) कम हो जाता है। पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषक तत्वों के बिना, शरीर की घाव भरने की क्षमता बहुत धीमी हो जाती है।
संभावित खतरा: न भरने वाले घाव संक्रमण के लिए एक खुला निमंत्रण होते हैं। एक छोटा सा घाव भी जल्दी ही गहरा अल्सर और फिर गंभीर संक्रमण में बदल सकता है, जो हड्डियों तक फैल सकता है।
समाधान : फ़ुट अल्सर स्पेशलिस्ट या सर्जन को तुरंत दिखाएं। समय पर हस्तक्षेप घाव को बढ़ने से रोक सकता है।
4. ✅ पैर के नाखूनों के पास काला पड़ना या रंग बदलना (Blackening or Discoloration Near Nails/Toes)
संकेत: पैर के नाखूनों के पास, उंगली के सिरे पर, या पैर के किसी भी हिस्से पर नीले, बैंगनी या काले धब्बे, जो चोट लगने से संबंधित न हों। त्वचा का सूखा और चमकीला दिखना।
कारण: यह अंदरूनी संक्रमण, खराब रक्त संचार (इस्केमिया) या गैंग्रीन (Gangrene) के प्रारंभिक चरणों का संकेत हो सकता है। जब ऊतकों को पर्याप्त रक्त नहीं मिलता, तो वे मरने लगते हैं, जिससे त्वचा का रंग बदल जाता है।
संभावित खतरा: गैंग्रीन एक गंभीर स्थिति है जिसमें ऊतक मर जाते हैं। यह जानलेवा हो सकता है और अक्सर पैर या उंगली को काटने (एम्पुटेशन) की आवश्यकता होती है।
समाधान : आपातकालीन चिकित्सा परामर्श आवश्यक है। यह एक गंभीर संकेत है जिस पर तुरंत ध्यान देने की जरूरत है।
5. ✅ बदबू या पस का रिसाव (Foul Smell / Discharge)
संकेत: पैर पर किसी घाव या फोड़े से लगातार बदबू आना, पीला, हरा या खून जैसा गाढ़ा पस (मवाद) निकलना, या मोज़े में असामान्य बहाव दिखना।
कारण: यह घाव में एक गंभीर बैक्टीरियल संक्रमण (Severe Bacterial Infection) का स्पष्ट संकेत है। बदबू बैक्टीरिया के पनपने और ऊतक के टूटने के कारण आती है।
संभावित खतरा: यह संक्रमण तेजी से हड्डियों तक फैल सकता है (ओस्टियोमाइलाइटिस) और रक्तप्रवाह में प्रवेश कर सकता है (सेप्टिसीमिया), जो जीवन के लिए खतरा हो सकता है।
समाधान : यह एक तत्काल चिकित्सा आपातकाल है! तुरंत मंथन हॉस्पिटल या किसी आपातकालीन इकाई में जाएं।
📸 सही समय पर जाँच व इलाज क्यों ज़रूरी है?
यदि इन चेतावनी संकेतों को नज़रअंदाज़ किया जाए, तो परिणाम बेहद गंभीर हो सकते हैं। एक छोटा सा, अनदेखा किया गया डायबिटिक फुट अल्सर इन जटिलताओं को जन्म दे सकता है:
- गंभीर संक्रमण (Severe Infection): घाव गहरा होकर हड्डियों तक फैल सकता है।
- गैंग्रीन (Gangrene): ऊतक के मरने के कारण, जिसे अक्सर एम्पुटेशन की आवश्यकता होती है।
- पैर काटना (Amputation): यह सबसे दुखद परिणाम है, जिसे अक्सर समय पर उपचार न मिलने के कारण रोका जा सकता था। भारत में डायबिटिक फुट अल्सर एम्पुटेशन के प्रमुख कारणों में से एक है।
- सेप्टिसीमिया (Septicemia): संक्रमण का रक्तप्रवाह में फैलना, जो जानलेवा हो सकता है।
- अस्पताल में लंबे समय तक रुकना और उच्च लागत: गंभीर मामलों में लंबे समय तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ता है और उपचार की लागत बहुत अधिक हो सकती है।
मंथन हॉस्पिटल में, हम डायबिटिक फुट अल्सर के निदान और प्रबंधन में विशेषज्ञता रखते हैं। हमारे पास कुशल एंडोक्रिनोलॉजिस्ट/डायबिटोलॉजिस्ट, जनरल सर्जन, और नेफ्रोलॉजिस्ट की एक टीम है जो इस समस्या के हर पहलू को संभालती है। हम शुरुआती पहचान, घाव की देखभाल, संक्रमण प्रबंधन, और आवश्यक होने पर सर्जिकल हस्तक्षेप (जैसे डीब्राइडमेंट) प्रदान करते हैं। हमारा उद्देश्य न केवल घावों को ठीक करना है, बल्कि पैर काटने की नौबत को रोकना है और मरीज को एक स्वस्थ और सामान्य जीवन देना है।
🦶 डायबिटिक फुट अल्सर से बचाव के उपाय (स्वस्थ पैरों के लिए मंत्र)
बचाव हमेशा इलाज से बेहतर होता है। इन सरल, लेकिन प्रभावी उपायों को अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करें:
- रोज़ाना पैरों की सफाई और निरीक्षण:
- रोजाना गुनगुने पानी (गर्म नहीं) और हल्के साबुन से अपने पैरों को धोएं।
- उंगलियों के बीच अच्छी तरह सुखाएं ताकि फंगल संक्रमण न हो।
- रोजाना अपने पैरों का (तलवों, उंगलियों के बीच, नाखूनों) ध्यान से निरीक्षण करें। किसी भी लालिमा, सूजन, कट, छाले, खरोंच या रंग बदलने पर तुरंत ध्यान दें। यदि आप खुद नहीं देख सकते तो परिवार के सदस्य से मदद लें या दर्पण का उपयोग करें।
- अपने पैरों को मॉइस्चराइज करें, लेकिन उंगलियों के बीच नहीं।
- आरामदायक, सही आकार के जूते और मोजे पहनना:
- हमेशा आरामदायक, अच्छी तरह फिट होने वाले जूते पहनें जो आपके पैरों पर दबाव न डालें।
- नए जूते खरीदते समय, उन्हें शाम को पहनें जब आपके पैर थोड़े सूजे हुए हों।
- नुकीले या तंग जूते पहनने से बचें।
- हल्के रंग के, अच्छी गुणवत्ता वाले सूती या ऊनी मोजे पहनें। मोजे रोजाना बदलें।
- नंगे पैर चलने से बचें, खासकर बाहर।
- ब्लड शुगर का सख्त नियंत्रण:
- यह सबसे महत्वपूर्ण है! अपने रक्त शर्करा के स्तर को अपने डॉक्टर के दिशानिर्देशों के अनुसार नियंत्रित रखें। नियंत्रित शुगर न्यूरोपैथी और रक्त संचार की समस्याओं के जोखिम को कम करता है।
- नियमित डॉक्टर से चेकअप:
- अपने डायबिटोलॉजिस्ट या फिजिशियन से नियमित रूप से मिलें।
- वे आपके पैरों की जांच करेंगे और किसी भी संभावित समस्या का शीघ्र पता लगाएंगे।
- नाखूनों की उचित देखभाल:
- अपने नाखूनों को सीधा काटें, कोनों को गोल न करें। यदि आपको देखने या झुकने में परेशानी है, तो किसी पेशेवर पोडियाट्रिस्ट से मदद लें।
- धूम्रपान छोड़ें:
- धूम्रपान रक्त वाहिकाओं को संकुचित करता है और रक्त संचार को और खराब करता है, जिससे अल्सर का जोखिम बढ़ता है।
❓ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ) – डॉ. अभिषेक द्विवेदी से जानें
Q1: क्या सभी डायबिटिक मरीजों को फुट अल्सर हो सकता है?
A1: नहीं, सभी डायबिटिक मरीजों को फुट अल्सर नहीं होता। हालांकि, जो लोग लंबे समय से मधुमेह से पीड़ित हैं, जिनका रक्त शर्करा का स्तर अनियंत्रित रहता है, जिन्हें न्यूरोपैथी या रक्त संचार की समस्या है, और जो धूम्रपान करते हैं, उन्हें इसका अधिक जोखिम होता है। उचित देखभाल और नियंत्रण से इसे रोका जा सकता है।
Q2: अल्सर दिखे तो प्राथमिक इलाज क्या करें?
A2: यदि आपको अपने पैर पर कोई नया घाव या अल्सर दिखाई दे, तो स्वयं उपचार करने का प्रयास न करें। तुरंत उस पर साफ, सूखी पट्टी बांधें और जितनी जल्दी हो सके मंथन हॉस्पिटल में किसी डायबिटोलॉजिस्ट या फुट अल्सर स्पेशलिस्ट को दिखाएं। घाव को साफ रखना और उस पर दबाव न पड़ने देना महत्वपूर्ण है।
Q3: किन्हें सबसे ज़्यादा जोखिम होता है?
A3: सबसे ज़्यादा जोखिम उन लोगों को होता है:
- जिनका मधुमेह लंबे समय से अनियंत्रित है।
- जिन्हें डायबिटिक न्यूरोपैथी (पैरों में सुन्नपन) है।
- जिन्हें पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (पैरों में खराब रक्त संचार) है।
- जो धूम्रपान करते हैं।
- जिनका पहले कभी पैरों में अल्सर या संक्रमण हुआ हो।
- जिनकी दृष्टि कमजोर है, जिससे वे अपने पैरों का ठीक से निरीक्षण नहीं कर पाते।
- जिनके पैरों की बनावट असामान्य है या जिन्हें गलत जूते पहनने की आदत है।
Q4: क्या घरेलू उपायों से सुधार हो सकता है? * A4: नहीं। डायबिटिक फुट अल्सर कोई सामान्य घाव नहीं है। यह गंभीर संक्रमण और एम्पुटेशन का कारण बन सकता है। घरेलू उपायों पर निर्भर रहना बहुत खतरनाक हो सकता है और स्थिति को और बिगाड़ सकता है। हमेशा विशेषज्ञ चिकित्सा सहायता लें। घरेलू उपाय केवल बचाव में मदद कर सकते हैं, अल्सर का इलाज नहीं कर सकते।
मंथन हॉस्पिटल का संदेश: आपके पैर आपके शरीर का आधार हैं, और मधुमेह होने पर उनकी विशेष देखभाल करना आपकी जिम्मेदारी है। इन 5 चेतावनी संकेतों को गंभीरता से लें। मंथन हॉस्पिटल प्रयागराज में, हम डायबिटिक फुट अल्सर की रोकथाम, शीघ्र निदान और उन्नत उपचार के लिए पूरी तरह से समर्पित हैं। ‘स्वस्थ नैनी के संकल्प’ के साथ, हम आपको स्वस्थ और सक्रिय जीवन जीने में मदद करने के लिए यहां हैं। अपने पैरों की उपेक्षा न करें – वे आपके स्वास्थ्य की कहानी कहते हैं।
नोट: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्य से है और इसे किसी चिकित्सकीय सलाह के रूप में नहीं समझना चाहिए। किसी भी चिकित्सा समस्या या डायबिटीज प्रबंधन के लिए, कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
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